नई दिल्ली: जहाँ एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी को सोल पीस पुरस्कार से नवाजा जा रहा वहीं दूसरी तरफ देश की राजधानी नई दिल्ली में दिनदिहाड़े एक मासूम को धर्म विशेष का होने के कारण कत्ल कर दिया जा रहा है। इस घटना से साफ स्पष्ट है की इस मुल्क में लगी नफरत की आग अपनी उसी गति से बढ़ती चली जा रही है। आपको बताता चलूँ की नई दिल्ली के मालवीय नगर थानाक्षेत्र के बेगमपूरा में आज दोपहर एक मदरसे में पढ़ने वाले आठ वर्षीय छात्र मोहम्मद अजीम का बेरहमी से मोहल्ले के ही कुछ लोगों द्वारा कत्ल कर दिया जाता है। सूत्रों के अनुसार हमेशा की तरह बृहस्पतिवार को मदरसे में हाफ़ डे था। पढ़ने वाले कुछ बच्चे दोपहर मदरसे के पास खेल रहे थे। तभी मोहल्ले की एक महिला जो पहले भी बच्चों के साथ मारपीट कर चुकी है वहां आ गई। नफरत की सनक उसके दिमाग में इस कदर भर चुकी थी कि पहले तो उसने कुछ लड़कों से इन बच्चों को मरवाया फिर अन्त में उन्हीं में से एक लडके ने मृतक अजीम को उठा कर पास खडी मोटर साइकिल पर फेंक दिया, जिससे अजीम की आवाज बंद हो गई और वह बेहोश हो गया। मदरसे के जिम्मेदार जब पहुँचें तो वे अजीम को लेकर अस्पताल गए जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। डेड बॉडी पोस्ट मोरटम के लिए भेज दी गई है। मदरसे के प्रबंधक के अनुसार इससे पहले भी वे लोग बच्चों को परेशान करते थे तथा अभी कुछ दिन पहले नमाज के वक़्त मस्जिद में शराब की बॉटल भी फेंकी गई थी। इन्होंने पुलिस को भी शिकायत की लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस घटना को स्थानीय पुलिस की लापरवाही की वजह मान सकते हैं। आरोपित महिला द्वारा मदरसा संचालक को धमकी दी गई की अभी एक को मारे हैं आगे बहुतों कि मौत तय है।
आखिर इस नफरत भरे समाज में जीवित रहना कैसे सम्भव है जहाँ बच्चों तक ये सिखाया जा रहा कि सामने वाला जाति विशेष शख्स तुम्हारा दुश्मन है। सत्ता पक्ष का आरोपित लोगों को बचाना, नजीब की फ़ाइल बंद कर देना, संघी आतंकवाद को बढ़ावा देना इन घटनाओं का मुख्य कारण है। आपसे निवेदन है कि घरों से निकलें और इन नफरत के पुजारी हैवानों को सजा मिले इसके लिए संघर्ष करें। आज एक मासूम मारा गया है कल शायद आप इस नफरत भरी मुहिम का शिकार बन सकते हैं। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।